भारत को आजाद हुवे 60 वर्ष हुवे और वह विश्व का सब से बडा लोकतांत्रिक देश कहलाता है, लेकिन अब तक वह सही मायने में लोकतंत्र देश साबित नहीं हो सका। इसके लिए वे सभी पिछली सरकारे जिम्मेदार है जिन्होंने भारत को लोकतान्त्रिक देश बनाने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई और आज भारत देश दिन ब दिन पूंजीवादि यों के हाथो में खिलौना बनकर रह गया है। भारत में 20 प्रतिशत पूंजीवादी शासक लोग 80 प्रतिशत शासित SC, ST and OBC लोगों पर शासन कर रही है। ये उन पिछली सरकारों की सोची समझी साझा राजनीती है जो आम गरीब आदमी के समज के बाहर की बात है, जिनके समझ में आता हैं, वे मूक दर्शक है, हतास है, मजबूर है, उनको CBI और CID का डर है। उनको अपनी नोकरी जाने का भय है। उनको अपना परिवार खो जाने का भय है। ऐसा मानसिक आतंकवाद पुरे जनमानस के दिल में बैठा है।
भारत देश पूंजीवादी देश बनता जा रहा है। और शायद भारत देश क्यमुनिस्ट देश भी बन सकता हैं।
यदि भारत देश को पूंजीवादी और क्यामुनिस्ट बनाने से रोकना है तो भारत देश पर SC, ST और OBC लोंगोंका शासन आना चाहिए और यही लोग भारत के शासक बनाना चाहिए। इसलिए 2014 के लोकसभा के आम चुनाव में सिर्फ SC, ST और OBC लोंगोंके प्रतिनिधि के रूप में Member of the Parliament- सांसद चुनकर लाना चाहिये। उच्च जाती के लोगोंके के सांसद सिर्फ 20 प्रतिशत होना चाहिये। तब सही अर्थों में लोकतंत्र में जनता की भागीदारी होगी और यह भारत देश सही मायने में लोकतंत्र की दिशा में अग्रसर होते दिखाई देगा वर्ना भारत देश एक लोकतंत्रिक देश है यह एक सपना बनकर रह जायेगा।
भारत देश पूंजीवादी देश बनता जा रहा है। और शायद भारत देश क्यमुनिस्ट देश भी बन सकता हैं।
यदि भारत देश को पूंजीवादी और क्यामुनिस्ट बनाने से रोकना है तो भारत देश पर SC, ST और OBC लोंगोंका शासन आना चाहिए और यही लोग भारत के शासक बनाना चाहिए। इसलिए 2014 के लोकसभा के आम चुनाव में सिर्फ SC, ST और OBC लोंगोंके प्रतिनिधि के रूप में Member of the Parliament- सांसद चुनकर लाना चाहिये। उच्च जाती के लोगोंके के सांसद सिर्फ 20 प्रतिशत होना चाहिये। तब सही अर्थों में लोकतंत्र में जनता की भागीदारी होगी और यह भारत देश सही मायने में लोकतंत्र की दिशा में अग्रसर होते दिखाई देगा वर्ना भारत देश एक लोकतंत्रिक देश है यह एक सपना बनकर रह जायेगा।
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